काजल भरी ये अमावसी आँखें, काजल भरी ये अमावसी आँखें,
विरह ने तुम्हारे, मशीन बना तो दिया । विरह ने तुम्हारे, मशीन बना तो दिया ।
शनै शनै, उसकी लत लग जाती है। शनै शनै, उसकी लत लग जाती है।
दर्द से घायल बना हूँ, जख्म आकर मिटाले। दर्द से घायल बना हूँ, जख्म आकर मिटाले।
छिपा चाँद जाने किधर साजना .... छिपा चाँद जाने किधर साजना ....
विरह मन की वेदना से तुम अपनी गिरहें खोल दो। विरह मन की वेदना से तुम अपनी गिरहें खोल दो।